बॉम्बे हाई कोर्ट ने शुक्रवार को मॉडल-सेलिब्रिटी राखी सावंत को एक अन्य मॉडल के स्पष्ट वीडियो प्रकाशित करने के लिए फटकार लगाई, जिसने बाद में सावंत के खिलाफ मानहानि और अपमान का मामला दायर किया.
एकल-न्यायाधीश न्यायमूर्ति अनुजा प्रभुदेसाई ने सावंत के आचरण पर सवाल उठाया और उनसे दूसरी महिला के खिलाफ कुछ "नैतिक मानकों" को बनाए रखने के लिए कहा.
कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि “मीडिया में अश्लील वीडियो दिखाने जैसी हरकतों में आप क्यों लिप्त हैं? वह भी एक अन्य महिला के साथ. कुछ नैतिक बनाए रखना होता है."
सावंत के खिलाफ प्राथमिकी एक मॉडल की शिकायत के आधार पर दर्ज की गई थी, जिसने आरोप लगाया था कि पिछले साल 31 अक्टूबर को, सावंत ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिकायतकर्ता के कुछ अश्लील वीडियो दिखाए और विवादित बयान भी दिए.
शिकायतकर्ता के वकील ने कोर्ट को बताया कि सावंत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जो वीडियो दिखाया था, उसे बाद में सावंत के कहने पर यूट्यूब पर अपलोड किया गया था. इस मौके पर, अदालत ने मुंबई पुलिस से यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने को कहा कि यदि वीडियो YouTube पर उपलब्ध है, तो उसे तुरंत हटा लिया जाए.
कोर्ट ने कहा कि सिर्फ इंटरव्यू ही नहीं बल्कि कॉन्फ्रेंस में दिखाया गया अश्लील वीडियो भी डिलीट करने की जरूरत है. मीडिया में जो भी वीडियो है, जहां यह अश्लील वीडियो दिखाया गया है, उस वीडियो को हटाने की जरूरत है.